सिवाना/बाड़मेर: सड़क हादसे में वन्य जीव दम तोड़ रहे हैं, घायलों का वन्य जीव प्रेमी अपने स्तर पर रेस्क्यू कर उपचार कर रहे हैं, लंबे समय से यहां रेस्क्यु सेंटर खोलने की मांग उठाई जा रही हैं, मगर विभाग द्वारा इस तरफ कोई ध्यान नही दिया जा रहा हैं, जिसके अभाव में आये दिन वन्य जीव काल के ग्रास में समा रहे हैं।
क्षेत्र के मिठौड़ा निवासी जीव रक्षा संगठन जिला अध्यक्ष वन्य जीव प्रेमी श्री राम विश्नोई ने पादरु क्षेत्र के विभिन्न गांवों से सड़क हादसों में घायल हुए श्वानों के हमलों में मोर, खरगोश, नीलगाय व घायल हुए हिरणों एवं अन्य वन्य जीवों को बचाकर अपने घर पर ले जा कर अपने स्तर पर वन्य जीवों का उपचार कर रहे हैं, ज्यादा गम्भीर घायल हुए वन्य जीवों को प्राथमिक उपचार करने के बाद सांचोर के माँ अमृता देवी उद्यान धमाणा रेफर कर हिरणों के छोटे बच्चों, खरगोशों व अन्य वन्य जीवों को बचाने में अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं।
उल्लेखनीय हैं कि मंगलवार को गौभक्त उतमसिंह कुडंल के नेतृत्व में सांचोर के धमाणा स्थित मां अमृतादेवी उधान में जाकर रेस्कयू करवाया, आजाद गौसेवा संगठन पादरु के संस्थापक एमपी सिंह राजपुरोहित ने बताया कि पादरु क्षेत्र में रैस्कयू सेंटर नही होने की वजह से हर बार इतनी दुरी तय करके धमाना पहुँचाना पड़ रहा हैं। ऐसे में पादरु में रैस्कयू सेंटर खुलना अति आवश्यक हैं। वहीं जीव दया को बढावा देने के लिए धमाना में हिरण कमांडो 29 द्वारा श्री राम विश्नोई, उतमसिंह कुडंल, एमपी सिंह राजपुरोहित व विक्रम सुथार का ग्रामीणों ने आभार प्रकट किया।