पाली : राजस्थान के 20 से ज्यादा जिलों में भारी बरसात के अलर्ट के बीच सोमवार को, पाली जिले के तख्तगढ़ में जलभराव के बाद हालात बिगड़ गए। सुमेरपुर उपखंड इलाके में लगातार भारी बरसात के बाद आसपास के क्षेत्र के नदी नालों में उफान आ गया था। जिसके चलते तख्तगढ़ कस्बे में बाढ़ के हालात पैदा हो गए। रविवार शाम से शुरू हुई बरसात सोमवार को भी रुक-रुक कर जारी रही। कभी तेज तो कभी रिमझिम। स्थिति यह थी कि सोमवार सुबह 10 बजे तक सूर्य देव के दर्शन नहीं हुए। अच्छी बरसात से हेमावास सहित जिले के 29 बांध ओवरफ्लो चल रहे है। बांडी नदी की रपट फिर चलने लगी है। वही कई नदी-नालों में पानी आया। सोमवार को पाली जिले के सुमेरपुर तहसील क्षेत्र में सर्वाधिक 78 MM बरसात हुई। इधर जवाई बांध का जलस्तर भी धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है। सोमवार शाम तक जवाई बांध का गेज 48.50 फीट तक पहुंच गया। जिले के तखतगढ में भारी बरसात से एक बार फिर हालात विकट बन गए है।
यात्रियों की जान डाली जोखिम में
जिले के रोहट क्षेत्र के कुलथाणा के निकट सुकड़ी नदी पर बरसाती पानी बह रहा था। सड़क नजर नहीं आ रही थी। उसके बाद भी जालोर डिपो के रोडवेज बस के ड्राइवर ने यात्रियों की जान जोखिम में डालने का काम किया और रपट के ऊपर से बस को तेज स्पीड से दौड़ा दिया। गनीमत रही कि किसी तरह का हादसा नहीं हुआ। ड्राइवर की इस हरकत से बस में बैठे यात्रियों की जान हलक में आ गई।
सड़कों पर पानी-पानी, घरों में घुसा पानी
पाली शहर में रविवार को हुई बरसात से शहर की आदर्श नगर, लोढ़ा स्कूल, इंद्रा कॉलोनी रोड, रामदेव रोड, मंडिया रोड, बालिया स्कूल रोड सहित कई मोहल्लों की सड़कें पानी में डूबी रही। रामदेव रोड क्षेत्र में तो स्थिति यह थी कि वहां के दुर्गा कॉलोनी में कई घरों के अंदर तक बरसाती पानी घुस गया। जिससे लोगों को परेशान होना पड़ा। उन्होंने नगर परिषद के ड्रेनेज सिस्टम फेल होने के कारण नाराजगी जताई।
हेमावास बांध बना पिकनिक स्पॉट
शहर के निकट स्थित हेमावास बांध पिकनिक स्पॉट बना हुआ है। बांध ओवरफ्लो चल रहा है। ऐसे में बड़ी संख्या में शहरवासी हेमावास बांध घूमने जा रहे है। कई जने बांध के आगे खड़े होकर फोटो, सेल्फी लेते नजर आए। शहर के सुमेरपुर रोड बांडी नदी की रपट पर एक बार फिर पानी बहने लगा। ऐसे में लोग बांडी नदी की रपट पर बहते पानी को देखने पहुंचे।
जिले के 29 बांध ओवरफ्लो
जिले भर में अच्छी बरसात होने से जिले के 29 बांध ओवरफ्लो चल रहे है। जिनमें हेमावास, वायद, गिरोलिया, बाणियावास, एंदला, ढारिया, फुलाद, जोगड़ावास प्रथम, जोगड़ावास द्वितीय, पिपला, लटाड़ा, राजपुरा, जूना मलाड़ी, सेणी की नाल, हरिओम सागर, केसूली, सिंदरू, काली बोर, केर, तखतगढ, गलदेरा, बलवना, गोडाणा, मांडवा, मिठड़ी, सादड़ी, काणा, मुंथाना और गोरादड़ा बांध ओवरफ्लो चल रहे है।
नाव में बैठाकर मुल्जिम को ले गए कोर्ट
थाने में दो से तीन फीट पानी भर गया पुलिसकर्मी नाव या ग्रामीणों की मदद से ट्रैक्टर या अन्य साधनों से इलाके में गश्त करते दिखे। हालात यह थे कि थाने में हिरासत में लिए आरोपी को भी कोर्ट में पेशी के लिए नाव से ले जाकर ट्रैक्टर में शिफ्ट किया गया।
एक ओर बारिश बंद होने के बाद भी थाना तालाब बना हुआ है, दूसरी ओर कस्बे के रास्ते भी नालों की तरह पानी से लबालब भरे हुए हैं। हालांकि शाम तक बारिश बंद होने के बाद कुछ पानी कम हुआ है। लेकिन अभी भी पूरा कस्बा और थाना पानी से लबालब दिख रहे हैं।