देशभर में बस, ट्रक और टैंकर चालकों की हड़ताल जारी है। इस हड़ताल के रहते पूरे देश में ईंधन आपूर्ति प्रभावित हो गई है जिससे अलग-अलग पेट्रोल पंप पर लंबी कतारें लगी होने की खबरें सामने आई हैं। यह हड़ताल हिट-एंड-रन मामलों को लेकर केंद्र सरकार द्वारा लाए नए कानून के खिलाफ शुरू हुई है।
इस बीच अखिल भारतीय परिवहन कांग्रेस (एआईटीसी) के प्रतिनिधि केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला से मिलने के लिए दिल्ली में गृह मंत्रालय (एमएचए) पहुंचे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सरकार और ट्रांसपोटर्स में सुलह हो गई है और सरकार ने कानून लागू करने से पहले बातचीत करने की बात कही है।
हड़ताल खत्म?
केंद्रीय गृह सचिव से मुलाकात के बाद ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के अध्यक्ष अमृत लाल मदान ने कहा, ”आप सिर्फ हमारे ड्राइवर नहीं हैं, आप हमारे सैनिक हैं…हम नहीं चाहते कि आपको किसी असुविधा का सामना करना पड़े…केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बातचीत तक कानून को होल्ड पर डाल दिया है और 10 की सजा और जुर्माना अभी लागू नहीं होगा, ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस की अगली बैठक होने तक कोई कानून नहीं लगाया जाएगा।”
देशभर में हड़ताल का असर
हिट-एंड-रन मामलों को लेकर केंद्र सरकार द्वारा लाए नए कानून के खिलाफ देश के कई हिस्सों में हड़ताल शुरू हुई है। खबरों के मुताबिक पंजाब, महाराष्ट्र, गुजरात और मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन जारी रहने के बीच, पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन, मुंबई के अध्यक्ष चेतन मोदी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि सोमवार से ड्राइवरों के आंदोलन के कारण पेट्रोल पंपों पर ईंधन की आपूर्ति प्रभावित हुई है।
सिर्फ मुंबई में ही नहीं, हिमाचल प्रदेश और पंजाब, ठाणे और अन्य प्रमुख शहरों में भी पेट्रोल पंपों पर लंबी कतारें देखी गईं है। लगभग 1 लाख ट्रक हैं जो तेल कंपनी डिपो से पेट्रोल पंप और गैस वितरण एजेंसियों तक पेट्रोल और डीजल के साथ-साथ एलपीजी भी पहुंचाते हैं। उद्योग के अधिकारियों ने कहा, “अगर हड़ताल लंबी खिंचती है, तो एलपीजी आपूर्ति भी प्रभावित हो सकती है।”