पाली :सोजत शुक्रवार को बेरा हामड़ों का पीपलिया बगड़ी नगर पर माताओं बहनों और बांडेरुओं द्वारा भैल का भव्य बधावा किया गया । इस बेरे के पूर्व में ढ़ाई किलोमीटर पर देवली हुल्ला, दक्षिण पूर्व में तीन किलोमीटर पर केलवाद, दक्षिण पश्चिम में तीन किलोमीटर पर पीपलाद, पश्चिम में बगड़ी नगर एवं उत्तर में चण्डावल रेल्वे स्टेशन आये हुए हैं। इस बेरे पर लगभग 750 बीघा जमीन है। एवं वर्तमान में लगभग 70-75 परिवार निवास कर रहे हैं। रात में नौ बजे से धर्म सभा का आयोजन किया गया धर्मसभा को संबोधित करते हुए दीपाराम काग ने बताया की इस सभा में जिसमें नहीं बैठ पाने वाले भी रात में एक बजे तक धर्म सभा में बैठे और सीरवी समाज तथा श्री आई माताजी के इतिहास को सुना।
यहां पर भी अब तक सुने गये गलत इतिहास और अब सुने इतिहास में प्रश्नोत्तर द्वारा शंका समाधान किया गया। आई माताजी के इतिहास में अब तक अनसुने इतिहास में सेहवाज के बाद श्री आई माताजी बगड़ी भी हामड़ो की गवाड़ी में पधारे थे तब हामड़ परिवार ने सेवा में कोई कसर नहीं छोड़ी पर माताजी को गाट की पुरसगारी कर कहा कि आप जीम कर पधार जाना हमें काम पर जाना होगा लेट हो रहे हैं (माताजी आप गाट जीम लिजो,भैलिया ने चारो खवाड़ दीजो मारे मोड़ो रेवे है जो मैं जाऊं।
माताजी कियो के थांरै गाट रा तो ठाठ वैजो,पण सात पीढ़ी मोड़ो इज रेइजो।आज रे हामड़ों रे पीपलिया वाला रात में ग्यारह बजे खेत सूं घरे आवे और सुबे चार बजियों पैली पाछा खेत में पोंछ जावे फैर भी आज रे दिन कैवे के मोड़ो रेगो। माताजी रो वचन आज भी इनोरे माथे लागू व्है है।) इस बात को इन्होंने सभी ने स्वयं धर्म सभा में स्वीकार किया है। इस कार्यक्रम का संचालन महेंद्र महाराज द्वारा किया गया ।