बीकानेर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 22 मई को बीकानेर दौरे पर रहेंगे, जहां वे अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत देशभर में विकसित किए गए 103 वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशनों का उद्घाटन करेंगे। यह कार्यक्रम बीकानेर के निकट पाकिस्तान सीमा से सटे देशनोक रेलवे स्टेशन से शुरू होगा, जहां से प्रधानमंत्री अन्य सभी स्टेशनों का वर्चुअल उद्घाटन करेंगे।
रेल मंत्रालय के प्रवक्ता दिलीप कुमार के अनुसार, इस मेगा प्रोजेक्ट के तहत विकसित स्टेशनों में भारतीय संस्कृति, विरासत और आधुनिकता का समावेश करते हुए उच्चस्तरीय सुविधाएं प्रदान की गई हैं। उद्घाटन समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रम, स्थानीय सांसदों, विधायकों, गणमान्य नागरिकों और छात्रों की भागीदारी भी सुनिश्चित की जा रही है। बिजनौर, सहारनपुर, बैजनाथ पपरौला सहित देश के कई स्टेशनों को इस योजना के तहत नया स्वरूप दिया गया है।
अमृत भारत योजना का उद्देश्य और महत्व
रेलवे मंत्रालय की यह योजना देश के 1300 से अधिक स्टेशनों के पुनर्विकास से जुड़ी है, जिनमें अत्याधुनिक सुविधाएं जैसे वातानुकूलित वेटिंग हॉल, हाईटेक टिकट काउंटर, फूड प्लाजा, लिफ्ट, एस्केलेटर, डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड, स्वच्छ टॉयलेट्स और बेहतर रोशनी की व्यवस्था की गई है। इन स्टेशनों का डिज़ाइन स्थानीय कला और संस्कृति को दर्शाते हुए तैयार किया गया है।
सीमावर्ती इलाकों में विशेष रणनीतिक महत्व
बीकानेर, बाड़मेर, श्रीगंगानगर और जैसलमेर जैसे पाकिस्तान सीमा से लगे क्षेत्रों में रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास सामरिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यह कार्यक्रम ऐसे समय पर हो रहा है जब हाल ही में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत एक बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम किया गया है। ऐसे में प्रधानमंत्री की सीमावर्ती क्षेत्र में उपस्थिति राष्ट्र को यह संदेश दे रही है कि अब सीमाएं सिर्फ सुरक्षा ही नहीं, विकास की भी प्रतीक बनेंगी।
रेलवे का बदलेगा चेहरा, बढ़ेगा पर्यटन और रोजगार
अमृत भारत योजना से जुड़े स्टेशन न सिर्फ यात्री सुविधाओं को बेहतर बनाएंगे बल्कि स्थानीय पर्यटन, रोजगार और क्षेत्रीय विकास को भी नई रफ्तार देंगे। यह योजना भारत की रेलवे प्रणाली को वर्ल्ड क्लास स्तर पर पहुंचाने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।