नई दिल्ली- कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लुटियंस दिल्ली में स्थित अपना सरकारी आवास शनिवार को खाली कर दिया और कहा कि उन्होंने ‘‘सच बोलने की कीमत’’ चुकाई। साथ ही, उन्होंने लोगों के मुद्दे उठाना जारी रखने का वादा किया।
वह 12 तुगलक लेन स्थित सरकारी बंगला खाली करने के बाद अपनी मां सोनिया गांधी के आवास पर कुछ समय के लिए रहने चले गए। मानहानि के एक मामले में दोषसिद्धि के बाद लोकसभा की सदस्यता गंवाने के बाद उन्हें (राहुल को) 22 अप्रैल तक यह बंगला खाली करने को कहा गया था।
सांसद सदस्यता जाने के बाद कांग्रेस के पूर्व सांसद राहुल गांधी ने सरकारी बंगला खाली कर दिया है। वह बीते 19 साल से इस घर में रह रहे थे। बंगला खाली करने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि मैंने ‘सच बोलने की कीमत चुकाई’ हैं। उन्होंने बंगला खाली करने के बाद कहा कि हिंदुस्तान की जनता ने उन्हें यह घर दिया था, जहां वह 19 साल से रह रहे थे। वहीं उनकी बहन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वढेरा ने कहा कि भाई ने जो बोला वह सच है। उन्होंने सरकार के खिलाफ बोला, इसलिए ये सब हो रहा है, वह बहुत हिम्मत वाले हैं। मैं भी उनके साथ हूं।
सूत्रों ने कहा कि अपना घर बदलने के बाद राहुल गांधी अपनी मां और कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ उनके 10, जनपथ स्थित आवास पर रहेंगे। उन्होंने बंगाल खाली करने से पहले ही 14 अप्रैल को अपने दफ्तर और कुछ निजी सामानों को मां सोनिया गांधी के आधिकारिक आवास में शिफ्ट कर दिया था। बता दें कि सूरत कोर्ट ने मानहानि के एक मामले में बीते दिनों राहुल गांधी को दोषी करार देते हुए दो साल की सजा सुनाई थी। इस फैसले के बाद लोकसभा सचिवालय ने राहुल गांधी की संसद की सदस्यता को रद्द कर दी थी। राहुल गांधी केरल के वायनाड से सांसद थे।