बेंगलूरू ।श्रीशांतिनाथ श्वेतांबर मूर्ति पूजा जैन संघ में श्रीरामपूरम बेंगलोर मध्ये परमात्मा भक्ति का भव्य अनुष्ठान नवान्हिका महोत्सव मुनि राजपद्मसागरजी म. सा मुनि श्रमणपद्मसागरजी म.सा की पावन निश्रा मे महोत्सव हो रहा है।आज चातुमार्स में संतिकरं तप हुआ। इस निमित्त आज संतिकरं महापूजन हुआ महाराज साहबने बताया कि संतिकरं स्तोत्र बहुत प्रभावशाली स्तोत्र है, इस स्तोत्र के रचचिता महान शासन प्रभावक सूरीमंत्र समाधारक आचार्य श्रीमुनिसुंदरसूरी जी म.सा है राजस्थान मे देलवाड़ मे मारी-मरकी फैली थी हर रोज लोगभ मर रहे थे, गाव के लोग सभी चिंतित हुए और आचार्य भगवंत के पास इस रोग के निवारण हेतु पूछने गये, तब आचार्य भगवंतने इम संतिकर स्तोत्र के द्वारा पानी मंत्रित किया और पूरे गांव एवं नगर मे पूरे श्रीसंघ में उस पानी का छींटकाव किया, और सभी रोग से पीडीत थे। उन सभी का रोग दुर हुआ सभी श्रीसंघ के श्रावक एवं श्राविकाओं ने महापूजन मे लाभ लिया