राजस्थान को वंदे भारत ट्रेन की सौगात मिल गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को यह अजमेर-दिल्ली कैंट वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई। पीएम मोदी दिल्ली से वर्चुअली कार्यक्रम में जुड़े तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव के साथ जयपुर स्टेशन पर मौजूद रहे। वंदे भारत ट्रेन राजस्थान को देने के लिए गहलोत ने पीएम मोदी का आभार जताया। हालांकि, इस दौरान वह ट्रेन का सही नाम भूल गए और इसे ‘वंदे मातरम एक्सप्रेस’ बताया।
अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान को आजादी के बाद पहली बार रेलमंत्री मिला है। उन्होंने उम्मीद जाहिर कि कि वह राजस्थान में रेलवे का अधिक विकास करेंगे। पीएम मोदी का स्वागत करते हुए गहलोत ने कहा, ‘ सबसे पहले मैं अपनी ओर से, सबकी ओर से और पूरे प्रदेश की ओर से प्रधानमंत्री जी का हार्दिक स्वागत करता हूं। उनका आभार व्यक्त करते हैं कि आपने ‘वंदे मातरम एक्सप्रेस’ जिसका अपना महत्व है वह प्रदेश को दिया है।’ उन्होंने राजस्थान में रेलवे नेटवर्क के और विकास की मांग की।
गहलोत ने कहा कि मेरे पास कुछ सुझाव हैं, राजस्थान की भौगोलिक स्थिति देखते हुए रेलवे का नेटवर्क अधिक से अधिक हों। PM से और हमारे रेल मंत्री अश्विनी जी से कहूंगा कि राजस्थान में अधिक से अधिक काम हो आप इस पर ध्यान दें। गहलोत ने कहा कि तीन जिले बांसवाड़ा, टोंक और करौली जिला मुख्यालय होते हुए भी रेलवे कनेक्टिविटी से वंचित हैं।
राजस्थान के लोगों को जिस पल का इंतजार था उस पल के इंतजार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरी झंडी दिखाकर खत्म कर दिया। इसी के साथ ही अब राजस्थान को उसका पहला वंदे भारत एक्सप्रेस मिल गया है। अजमेर टू दिल्ली जाने वाली इस वंदे भारत एक्सप्रेस को पीएम मोदी ने वर्चुअली रवाना किया। इस कार्यक्रम में राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी मौजूद थे। अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री ने लगभग हंसते हुए मजाकिया लहजे में यह भी कहा कि अशोक गहलोत जी के तो दोनों हाथ में लड्डू हैं।
दरअसल पीएम मोदी ने ऐसा क्यों कहा? यह हम आपको बताते हैं। कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि अशोक गहलोत जी आपके तो दो-दो हाथ में लड्डू हैं। रेलमंत्री भी राजस्थान के हैं और रेलवे के चेयरमैन भी राजस्थान के हैं। जो काम आजादी के बाद होना था अब तक नहीं हो पाया। आपका मुझपर इतना विश्वास है कि आपने मुझ पर भरोसा रखा है।
दरअसल कार्यक्रम की शुरुआत में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य की तीन जिलों बांसवाड़ा, टोंक और करौली को रेल नेटवर्क से पूरी तरह से जोड़ने का आग्रह पीएम मोदी से किया था। इसके साथ ही अशोक गहलोत ने ये भी कहा था कि अगर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव चाहेंगे तो यह रेल नेटवर्क का काम पूरा हो सकता है।
इसके बाद जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना संबोधन शुरू किया तो राजस्थान की जनता को नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के लिए शुभकामानाएं दीं। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने पिछली सरकारों में रेलवे में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर भी अपनी बातें रखीं। पीएम मोदी ने कहा कि पहले रेलवे में काफी भ्रष्टाचार होता था और लोगों की जमीन लेकर नौकरी दिलाने का झांसा दिया जाता था।
पीएम ने कहा कि पिछली सरकारों ने रेलवे के आधुनिकिकरण, सुरक्षा और स्वच्छता को काफी नजरअंदाज किया। पीएम ने अपना संबोधन खत्म करने से कुछ वक्त पहले राजस्थान में सचिन पायलट को लेकर मचे घमासान पर भी चुटकी ली। हालांकि इस दौरान प्रधानमंत्री ने किसी का नाम नहीं लिया। पीएम ने गहलोत के सामने कहा कि मैं आपका शुक्रगुजार हूं कि राजस्थान में मचे एक राजनीतिक उथलपुथल के बीच भी आपने आज के कार्यक्रम के लिए समय निकाला।
इसके बाद पीएम ने अशोक गहलोत द्वारा तीन जिलों में रेल नेटवर्क की मांग पर कहा कि आपके तो दोनों हाथ में लड्डू है। रेल मंत्री भी राजस्थान के ही हैं और रेलवे के चेयरमैन भी राजस्थान के ही हैं। वैसे तो उन सभी पर काम आजादी के बाद ही हो जाना चाहिए था पर अब तक नहीं हुआ। पीएम मोदी ने अशोक गहलोत से यह भी कहा कि आप मुझपर बहुत ही ज्यादा भरोसा करते हैं इसके लिए आपका धन्यवाद। पीएम ने कहा कि आपका मुझ पर इतना भरोसा है, आपने वो काम भी मेरे सामने रखे हैं। आपका विश्वास मेरी मित्रता की ताकत है। एक मित्र के नाते आप जो भरोसा रखते हैं, उसके लिए मैं आपको धन्यवाद देता हूं।