प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रिमंडल में बड़ा फेरबदल करते हुए किरेन रिजिजू को कानून मंत्री के पद से हटा दिया है। उनकी जगह पर अब अर्जुन राम मेघवाल को कानून एवं न्याय मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू को पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय का जिम्मा सौंपा है। उनकी जगह पर अर्जुन राम मेघवाल को कानून और न्याय मंत्रालय का राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया है। राष्ट्रपति भवन की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्रधानमंत्री की सलाह पर राष्ट्रपति ने ये फैसला किया है।
किरेन रिजिजू से पहले जुलाई 2021 में रविशंकर प्रसाद से भी इसी तरह कानून मंत्रालय छिना गया था। कानून मंत्री के तौर पर रिजिजू के कार्यकाल में जजों की नियुक्ति के मुद्दे पर उनके और न्यायपालिका में टकराव की खबरें अक्सर सुर्खिया बटोर रही थीं। रिजिजू शीर्ष न्यायपालिका में जजों की नियुक्ति वाले कलीजियम सिस्टम पर सार्वजनिक तौर पर तीखे हमले करते रहे हैं। वह इसे ‘अपारदर्शी’ सिस्टम बताते हुए आलोचना करते रहे हैं। माना जा रहा है कि बीते कुछ महीनों में न्यायपालिका के साथ किरेन रिजिजू के बढ़ते तकरार और मंत्रियों के कामकाज की समीक्षा के बाद ये कदम उठाया गया है। इसके अलावा कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे भी इसकी एक प्रमुख वजह है। बीजेपी ने कर्नाटक चुनावों का विश्लेषण कर पाया कि दलित, पिछड़े और लिंगायत वोटरों के कांग्रेस की तरफ शिफ्ट होने की वजह से वहां पार्टी हारी है। इसलिए पार्टी ने आगामी विधानसभा चुनावों वाले राज्यों में दलित वोटों पर फोकस करना शुरू कर दिया है।
कानून मंत्रालय से किरेन रिजिजू की छुट्टी पर पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने ट्वीट कर कहा ‘किरेन रिजिजू: कानून नहीं, अब पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय। कानूनों के पीछे का विज्ञान समझना आसान नहीं होता। अब विज्ञान के कानूनों के साथ भिड़ना। गुड लक माइ फ्रेंड!’
अर्जुन राम मेघवाल राजस्थान से आते हैं। वह बीजेपी के बड़े दलित चेहरों में से एक हैं। वह अपनी सादगी के लिए जाने जाते हैं। अक्सर उन्हें साइकिल चलाते हुए काम पर जाते देखा जाता है। राजस्थान में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं। उन्हें कानून मंत्रालय जैसी अहम जिम्मेदारी दिए जाने को राजस्थान साधने की कोशिश के तौर पर भी देखा जाता है।
कौन हैं अर्जुन राम मेघवाल?
अर्जुन राम मेघवाल राजस्थान से आते हैं। मेघवाल फिलहाल राजस्थान के बीकानेर सुरक्षित सीट से सांसद हैं। वह बीजेपी के बड़े दलित चेहरों में से एक हैं। वह अपनी सादगी के लिए जाने जाते हैं। अक्सर उन्हें साइकिल चलाते हुए काम पर जाते देखा जाता है। भारतीय प्रशासनिक सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृति लेने के बाद उन्होंने 2009 में पहली बार भाजपा के टिकट पर बीकानेर से लोकसभा का चुनाव लड़ा था और वहां से जीत दर्ज की थी। इसके बाद उन्होंने 2014 और 2019 में भी वहां से जीत दर्ज की है। मेघवाल को साल 2016 में मोदी सरकार में वित्त राज्य मंत्री बनाया गया था। इसके बाद जल संसाधन राज्य मंत्री के रूप में भी उन्होंने काम किया। राजस्थान में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं। उन्हें कानून मंत्रालय जैसी अहम जिम्मेदारी दिए जाने को राजस्थान साधने की कोशिश के तौर पर भी देखा जाता है।