दुबई, संयुक्त अरब अमीरात (UAE) का एक राज्य है, जो पर्सियाई खाड़ी के पश्चिमी किनारे पर स्थित है। यह एक सुगम बंदरगाह के रूप में विख्यात है और एक प्रमुख ग्राहक और पर्यटन गंभीर निधि है।
दुबई का विकास मुख्य रूप से तेजी से 20वीं सदी के मध्य से आरंभ हुआ जब पेट्रोलियम और गैस के उत्पादन की शुरुआत हुई। इसके बाद, दुबई ने अपने अर्थव्यवस्था को विस्तारित किया और अन्य क्षेत्रों में निवेश किया, जैसे कि पर्यटन, वित्त, और विपणन।
यहाँ कुछ महत्वपूर्ण घटनाएँ हैं, जो दुबई के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हैं:
- 1971 में संयुक्त अरब अमीरात का गठन: दुबई का संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में शामिल होना दुबई के विकास के लिए महत्वपूर्ण था। यह उसे अन्य अमीरातों के साथ एक मजबूत इकाई बनाने में मदद की।
- उच्चतम इमारतें और भव्य परियोजनाएं: दुबई ने अपने निर्माणाधीन परियोजनाओं के माध्यम से विश्वभर में अपनी पहचान बनाई है। बुर्ज खलीफा, दुनिया की उच्चतम इमारत, इसका एक उदाहरण है।
- पर्यटन के विकास: दुबई ने पर्यटन को एक प्रमुख अर्थव्यवस्था का हिस्सा बनाया है। यहाँ प्रमुख होटल, बाजार, महल, और पर्यटक स्थल हैं जो विश्वभर में प्रसिद्ध हैं।
- वित्तीय सेंटर के रूप में विकास: दुबई ने अपने वित्तीय सेंटर के रूप में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यहाँ अन्यान्य वित्तीय सेवाएँ, जैसे कि बैंकिंग, वित्तीय निवेश और संचार, उपलब्ध हैं।
इस प्रकार, दुबई का विकास एक मिश्रित प्रकार का है, जो पेट्रोलियम उत्पादन के स्थिरता के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में निवेश की सामर्थ्य और परियोजनाओं के माध्यम से हुआ है।
दुबई 20वीं सदी की शुरुआत से ही क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का केंद्र रहा है, और इसकी अर्थव्यवस्था व्यापार, पर्यटन, विमानन, रियल एस्टेट और वित्तीय सेवाओं से होने वाले राजस्व पर निर्भर करती है। 2018 में अमीरात की जीडीपी में तेल उत्पादन का योगदान 1 प्रतिशत से भी कम था। शहर की आबादी लगभग 3.60 मिलियन है (2022 तक)।
दुबई और संयुक्त अरब अमीरात में अन्य धर्मों में हिंदू धर्म का प्रतिनिधित्व सबसे अधिक है। कुल जनसंख्या का लगभग 6-10% हिंदू हैं।
दुबई में सबसे ज्यादा कौन सा धर्म है? इस्लाम संयुक्त अरब अमीरात का आधिकारिक धर्म है। संविधान इस्लाम को आधिकारिक धर्म के रूप में नामित करता है, अमीरात की 90% से अधिक आबादी सुन्नी इस्लाम है।