जोधपुर : भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) जोधपुर शहर ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (डिस्कॉम) के सहायक अभियंता कार्यालय, नांदड़ी में कार्यरत हेल्पर द्वितीय तेजाराम को ₹25,000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी पावटा बस स्टैंड, जोधपुर के पास की गई।
परिवादी से मांगे थे ₹29,000 ‘खर्चे’ के नाम पर
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक पुलिस डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि 02 जून 2025 को एक परिवादी ने एसीबी जोधपुर कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी। परिवादी ने बताया कि उसके कारखाने में 31.5 एचपी का बिजली कनेक्शन है, जिसकी वर्तमान में आवश्यकता नहीं होने के कारण उसने विद्युत विभाग के नांदड़ी कार्यालय में लोड कम कराने के लिए आवेदन किया था।
शिकायत के अनुसार, हेल्पर द्वितीय तेजाराम ने उसे बताया कि इस प्रक्रिया में जो आधिकारिक शुल्क लगेगा, उसके अतिरिक्त ₹29,000 खर्चे के नाम पर देने होंगे, तभी उसका काम किया जाएगा।
शिकायत का सत्यापन कर रची गई ट्रैप योजना
परिवादी की शिकायत पर उप महानिरीक्षक पुलिस, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, जोधपुर, हरेन्द्र महावर के सुपरविजन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चक्रवर्ती सिंह राठौड़ द्वारा शिकायत का सत्यापन किया गया।
इसके पश्चात 03 जून 2025 को ट्रैपकर्ता अधिकारी सुनिता डूडी (निरीक्षक पुलिस) और उनकी टीम ने ट्रैप कार्रवाई को अंजाम दिया। इस दौरान तेजाराम को ₹25,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया गया।
एसीबी ने किया प्रकरण दर्ज
आरोपी से पूछताछ जारी है और आगे की कानूनी कार्यवाही की जा रही है। एसीबी इस मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान करेगी।