जयपुर, राजस्थान में एक बार फिर कोरोना की रफ्तार तेज होती जा रही है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के कोरोना संक्रमित होने के बाद कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी संक्रमित पाए गए हैं। इसकी जानकारी खुद डोटासरा ने सोशल मीडिया के माध्यम से दी है। प्रदेश में बुधवार को पहली बार 2023 में नए संक्रमितों की संख्या 50 पार गई है। प्रदेश के 13 जिलों में बुधवार को 61 नए संक्रमित सामने आए हैं। जबकि, 17 संक्रमितों के रिकवर होने के बाद सक्रिय मामले बढ़कर 233 हो गए।
प्रदेश में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे मंगलवार को संक्रमित पाए गए थे। इसकी जानकारी दोनों ने सोशल मीडिया पर दी। इसके बाद बुधवार को कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी कोरोना पॉजिटिव आ गए। उन्होंने शुरूआती लक्षण के बाद जांच कराई थी, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके बाद डोटासरा ने खुद को अपने आवास पर आइसोलेट कर लिया। डोटासरा ने ट्वीट करते हुए लिखा कि कोविड की जांच में मेरी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। डॉक्टर्स की सलाह पर मुझे पूर्ण रूप से आइसोलेशन में रहना होगा। आप सभी भी सावधान रहें।
चिकित्सा विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार बुधवार को प्रदेश के सभी 33 जिलों में कोरोना सैम्पल्स की जांचों का दायरा बढ़ गया। सभी जिलों में की गई 2517 सैम्पल्स की जांच में 13 जिलों में 61 संक्रमित मिले। इनमें सर्वाधिक 14 नए संक्रमित राजसमंद जिले में मिले। इसके बाद जोधपुर में 11, अलवर में सात, बीकानेर, जयपुर और उदयपुर में पांच-पांच, सीकर में चार, टौंक, झालावाड़, चूरू और भीलवाड़ा में दो-दो तथा बूंदी और सिरोही में एक-एक नया संक्रमित सामने आया। जबकि, 17 संक्रमितों के रिकवर होने के बाद सक्रिय मामले बढ़कर 233 रह गए। राजस्थान में कोरोना के नए मामले पिछले 20 दिन से बढ़े है। विशेषज्ञ कोविड के बढ़ने के पीछे ओमिक्रॉन के नए सब वैरिएंट एक्सबीबी1.16 को कारण मान रहे हैं। राजस्थान में इस वैरिएंट के पिछले दो सप्ताह में 70 फीसदी से ज्यादा केस सामने आए हैं। इस कारण राजस्थान में संक्रमण दर एक से बढ़कर तीन फीसदी के ऊपर चली गई है। कोविड के बढ़ते केसों को देखते हुए खांसी-जुकाम और बुखार के सस्पेक्ट मरीजों के लिए डॉक्टर्स ने कोविड जांच को अनिवार्य कर दिया है।