MOBILE NEWS/ नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जीत के बाद अब कांग्रेस की नजर मध्य प्रदेश पर है। सोमवार को दिल्ली में कांग्रेस की बड़ी बैठक हुई। इस बैठक में राहुल गांधी और मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, दिग्विजय सिंह समेत अन्य नेता भी मौजूद रहे। बैठक के बाद कमलनाथ और राहुल गांधी का बयान आया है। इसमें उन्होंने 2023 में पार्टी की बंपर जीत का दावा किया है।
मध्य प्रदेश में हम 150 सीटें जीतेंगे : राहुल गांधी
बैठक के बाद राहुल गांधी ने दावा किया कि, हम कर्नाटक की तरह एमपी में रिपीट करेंगे। कर्नाटक में हमें 136 सीटें मिली थी, अब मध्य प्रदेश में हम 150 सीटें जीतेंगे। राहुल के दावे पर एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पलटवार करते हुए कहा कि ख्याली पुलाव पकाते रहिए।
वहीं बैठक के बाद पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा- कमलनाथ ने बताया कि मध्य प्रदेश के चुनाव में करीब 4 महीने बचे हैं। बैठक में मध्य प्रदेश के भविष्य और राज्य के महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई। हम जनता के मुद्दों को ध्यान में रखकर चुनावी मैदान में उतरेंगे।
शिवराज का पलटवार
राहुल गांधी के बयान को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पलटवार करते हुए कहा कि, मन को बहलाने को बाबा ख्याल अच्छा है। भाजपा मध्य प्रदेश में 200 से ज्यादा सीटें जीतेगी। अब उनको ख्याली पुलाव पकाने हैं तो पकाते रहें।
पहले 2 बार स्थगित हुई थी बैठक
प्रदेश कांग्रेस की अहम बैठक इससे पहले दो बार स्थगित की जा चुकी थी। पहले इस बैठक के लिए एक सप्कताह पहले समय तय किया गया था, जिसे बदलकर 27 मई कर दिया गया था। 26 की रात को ही प्रदेश कांग्रेस के तमाम अहम नेता दिल्ली पहुंच गए थे लेकिन राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे के कर्नाटक में कैबिनेट विस्तार में व्यस्त होने के कारण बैठक को टाल दिया गय़ा था। इज संपन्न हुई बैठक में आने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कई अहम मुद्दों पर चर्चा के साथ ही चुनावी जिम्मेदारियां तय करने पर भी मंथन हुआ है। इधर. कांग्रेस की इस बैठक पर बीजेपी निशाना साध रही है।
इस साल MP में होंगे चुनाव
इस साल के आखिरी में 230 विधानसभा सीटों वाले मध्य प्रदेश में चुनाव होने हैं। एमपी के साथ छत्तीसगढ़ में भी चुनाव होंगे। पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने तीनों राज्यों में सरकार बनाई थी। हालांकि, 2020 में कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में कांग्रेस के विधायकों ने बगावत कर दी थी। जिसके बाद राज्य में बीजेपी ने सरकार बनाई थी।