देशभर में ट्रेनों के बेपटरी होने की बढ़ती हुई खबरों से डर, गुस्सा, और कन्फ़्यूजन की स्थिति बनी हुई है। कुछ लोग रेल मंत्रालय पर सवाल उठा रहे हैं तो कुछ अचानक से बढ़ गई घटनाओं पर जवाब जानना चाहते हैं। सोशल मीडिया पर लिखा जा रहा है कि यह सब प्लानिंग के तहत किया जा रहा है। हालांकि सरकार ने ऐसा कुछ नहीं कहा है, लेकिन गौर करिए रुद्रपुर सिटी में 18 सितंबर को सामने आए इस मामले पर जिसमें एक रेलवे ट्रैक पर एक लंबा खंभा पड़ा था, जिसकी जानकारी मिलते ही ड्राइवर ने अपनी होशियारी से ट्रेन को बेपटरी होने से बचा लिया।
क्या है जानकारी?
समाचार एजेंसी एएनआई की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक ट्रेन संख्या 12091 के लोको पायलट ने रुद्रपुर सिटी के स्टेशन मास्टर को सूचना दी थी कि उसे बिलासपुर रोड और रुद्रपुर सिटी के बीच ट्रैक पर 6 मीटर लंबा लोहे का खंभा मिला है। इस जानकारी के मिलते ही ड्राइवर ने ट्रेन रोकी, ट्रैक साफ किया और फिर ट्रेन को आगे के लिए चलाया।
बढ़ रहे ऐसे मामले
हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस महीने की शुरुआत में राजस्थान के अजमेर जिले में एक मालगाड़ी को पटरी से उतारने की कोशिश की गई थी। जहां बदमाशों ने वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर की पटरियों पर दो सीमेंट के ब्लॉक रख दिए थे। ट्रेन सीमेंट के ब्लॉक से टकरा गई थी, अच्छी बात यह रही कि इस दौरान बड़ी घटना नहीं हुई है। इससे पहले उत्तर प्रदेश के कानपुर में भिवानी-प्रयागराज कालिंदी एक्सप्रेस को पटरी से उतारने की इसी तरह की कोशिश की गई थी। इसमें पटरी पर एलपीजी सिलेंडर, पेट्रोल की बोतल और माचिस रखी गई थी।
भिवानी-प्रयागराज कालिंदी एक्सप्रेस के ड्राइवर ने सिलेंडर को देखा और एलपीजी सिलेंडर से टकराने के बाद ट्रेन को रोक दिया। इस तरह की बढ़ती घटनाओं को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है। हालांकि रेल मंत्रालय का कहना है कि वह इस तरह के मामलों पर नज़र रख रहा है।