जालौर (राजस्थान): राजस्थान के जालौर जिले में 5 लाख रुपये बचाने के लालच में एक युवक ने अपने ही दोस्त की नृशंस हत्या कर दी। इस हत्या को सड़क हादसे का रूप देने के लिए आरोपी ने अपने भाई और एक साथी के साथ मिलकर झूठी कहानी रच डाली। लेकिन पुलिस ने तकनीकी जांच के आधार पर 48 घंटे में मामले का खुलासा करते हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
प्लॉट डील से शुरू हुआ विवाद
पुलिस के अनुसार, मुख्य आरोपी पुराराम (39) ने मृतक भैरूसिंह से 7 लाख रुपये में एक प्लॉट खरीदा था। उसने 2 लाख रुपये अग्रिम दे दिए, लेकिन बाकी 5 लाख नहीं देना चाहता था। इसी को लेकर उसने साजिश रची। 15 अप्रैल की रात पुराराम ने भैरूसिंह को अपने घर बुलाया, शराब पिलाई और फिर अपने भाई लखमाराम (46) और दोस्त नरेंद्रदास उर्फ नीतू (30) के साथ मिलकर सरिया से हमला कर उसकी हत्या कर दी।
18 घंटे तक शव घर में छिपाया
हत्या के बाद आरोपियों ने शव को घर में 18 घंटे तक छिपाए रखा। फिर 16 अप्रैल की रात स्विफ्ट कार में लादकर शंखवाली रोड पर फेंक दिया। हत्या को दुर्घटना दिखाने के लिए शव के पास लाल रंग बिखेरा गया और टायरों के नकली निशान बनाए गए। भैरूसिंह की बाइक को भी नजदीक गिरा दिया गया, ताकि घटना को एक्सीडेंट बताया जा सके।
कॉल डिटेल से खुला राज
पुलिस को जब भैरूसिंह की संदिग्ध मौत की सूचना मिली, तो जांच में कॉल डिटेल्स से पता चला कि वह आखिरी बार पुराराम के संपर्क में था। इसके बाद डॉग स्क्वॉड और एफएसएल टीम की मदद से फॉरेंसिक साक्ष्य जुटाए गए। पूछताछ में तीनों आरोपियों ने हत्या की बात कबूल ली।
आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड
गिरफ्तार आरोपियों में पुराराम और लखमाराम, दोनों पुत्र हेमाराम निवासी सामूजा हॉल, राजेंद्र नगर, आहोर पहले भी चोरी के मामलों में आरोपी रह चुके हैं। नरेंद्रदास उर्फ नीतू, पुत्र बजरंगदास निवासी वर्धमान कॉलोनी, आहोर पेशे से इलेक्ट्रीशियन है और उसी ने सरिया से वार किए थे।
पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि क्या इस हत्याकांड में और लोग भी शामिल थे।
