नागौर : अभिनव राजस्थान पार्टी का महाकुंभ 2 अक्टूबर को नागौर के पशु प्रदर्शन स्थल पर होगा। इसको लेकर तैयारियां शुरू हो गई है। शहर के एक होटल में आयोजित प्रेस वार्ता में अभिनव राजस्थान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अशोक चौधरी ने बताया कि उनकी पार्टी फसल बीमा, गोचर, गौशाला, गाय बछड़ो, किसान खेती बाड़ी, पुलिस व्यवस्था सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर पिछले 5 सालों से लगातार संघर्ष कर रही है। उन्होंने बताया उनके पार्टी राजनीति नहीं करती बल्कि लोक नीति करती है और आने वाले विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी सभी 200 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
डॉ चौधरी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हमारे उम्मीदवार चुनाव से पूर्व स्टांप पेपर पर यह लिखित में देंगे कि यदि वे विधायक बन गए तो भविष्य में अपने विधानसभा क्षेत्र में क्या-क्या काम करेंगे। यह एक लिखित दस्तावेज होगा और एक शपथ पत्र होगा जो नॉन ज्यूडिशियल स्टांप पेपर पर लिखित में मतदाताओं के समक्ष रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी राजनीतिक दल केवल चुनाव जीतने के लिए ही मतदाताओं के पास जाते हैं लेकिन हमारी पार्टी के उम्मीदवार यदि जनता द्वारा चुने गए तो वह जनता के बीच में बैठकर नियमित रूप से उनसे संवाद कायम करेंगे और राजनीति में पारदर्शिता लाएंगे यही हमारी पार्टी की लोकनीति है।
उन्होंने कहा कि फसल बीमा योजना, कृषि मंडी व्यवस्था, पुलिस सुधार, पंचायत सुधार, बेसहारा बछड़ों की व्यवस्था, ट्रक, ड्राइवरों की सुविधा, खेजड़ली, पानी, टोल व्यवस्था, पेयजल व्यवस्था, साम्भर झील आदि मुद्द पर पार्टी ने बहुत काम किया है। सोजत की मेहंदी को फसल का दर्जा दिलवाने का काम पार्टी ने किया है। फसल बीमा योजना को लोकप्रिय बनाकर किसानों को अरबों रुपया क्लेम के रूप में दिलवाया है। पिछली खरीफ सीजन में नागौर जिले को पहली बार लगभग तीन सौ करोड़ रुपये का रेकोर्ड क्लेम मिला है, जो अभिनव राजस्थान पार्टी की बड़ी सफलता रही है।
डॉ चौधरी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि अब पार्टी की ओर से नागौर में एक महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है. दो अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयंती पर आयोजित इस महाकुंभ का मुख्य ध्येय जनता का राज स्थापित करना है। ज्ञात हो कि नागौर से 1959 में पंचायती राज व्यवस्था का उद्घाटन हुआ था पर आज भी जिले के प्रमुख से लेकर वार्ड पंच तक बिना काम बैठे हैं। खेती, पशुपालन और कुटीर उद्योग के विकास में पंचायत राज व्यवस्था नाकाम हुई है। यह महात्मा गाँधी के ग्राम स्वराज्य के सपने का अपमान है, भारत की संसद द्वारा किये गए संशोधन का भी अपमान खुले आम किया जा रहा है।
1993 में भारत की संसद ने ग्राम सभा और वार्ड सभा को सबसे महत्वपूर्ण तंत्र बनाया था पर आज उसके तीस साल बाद भी इनका आयोजन नहीं हो रहा है. अभिनव राजस्थान पार्टी इसे लेकर लगातार आन्दोलन कर रही है। प्रेस वार्ता में अभिनव राजस्थान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अशोक चौधरी ने बताया कि आने वाले विधानसभा चुनावों का बिगुल भी इस विशाल जनसभा से किया जा रहा है. प्रदेश की सभी दो सौ सीटों पर पार्टी पूरे दमखम से उतर रही है. इस महाकुंभ में पूरे प्रदेश से लगभग एक लाख लोग भाग ले रहे हैं. इस महाकुंभ में पार्टी द्वारा आने वाले चुनाव से जुड़े कई नीतिगत निर्णय भी लिए जायेंगे। महाकुंभ में पार्टी की रीति नीति के अनुसार मंच पर कोई नहीं बैठेगा और सभी प्रतिभागी खास होगे।
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