नई दिल्ली: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार वक्फ कानून में बड़े बदलाव की तैयारी कर रही है। संसद में वक्फ अधिनियम संशोधन बिल इसी सप्ताह पेश किए जाने की संभावना है। इस बिल के सदन में आने से पहले सियासत गर्मा गई है। केंद्र की एनडीए सरकार में शामिल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के मुस्लिम नेताओं ने इस बिल का विरोध किया है। पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने सीएम नीतीश पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्होंने वक्फ बोर्ड को बहुत कुछ दिया, अब चुप क्यों हैं।
जेडीयू के पूर्व सांसद गुलाम रसूल बलियावी ने सोमवार को कहा कि वक्फ बोर्ड की तरह ही क्या धार्मिक मठों को लेकर भी केंद्र सरकार कोई बिल लाएगी। उसे मठ की जमीन पर भी कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड की संपतियां केंद्र और राज्य सरकारें वापस कर दें। इन्हें सरकारें अगर अल्पसंख्यक कल्याण के हवाले कर दें तो अल्पसंख्यकों में जो शैक्षणिक पिछड़ापन है, उसे खत्म करने के लिए हुकूमत के अनुदान की कोई आवश्यकता नहीं पड़ेगी। वक्फ बोर्ड की संपत्तियों पर केंद्र सरकार का कब्जा है।
जेडीयू के एक अन्य मुस्लिम नेता एमएलसी गुलाम गौस ने कहा कि केंद्र सरकार को वक्फ से संबंधित प्रस्तावित संशोधन विधेयक को संसद में पेश करने से पहले मुस्लिमों के बीच इस पर चर्चा करानी चाहिए। वक्फ की संपत्ति अंग्रेजों या किसी सरकार द्वारा दिया गया दान या खैरात नहीं है। देश में वक्फ के तहत 8 लाख 70 हजार संपत्तियां हैं। 9 लाख 40 हजार एकड़ भूमि है। इसे मुस्लिम समाज के लोगों ने समाज के गरीब एवं कमजोर वर्ग के विकास के लिए दिया गया था।
पप्पू यादव बोले- नीतीश अब चुप क्यों हैं
पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव ने सोमवार को वक्फ बोर्ड को लेकर लाए जा रहे बिल पर प्रतिक्रिता देते हुए पूछा है कि नीतीश कुमार और चन्द्रबाबू नायडू इसपर चुप क्यों हैं? उन्होंने कहा कि हर चीज में जात-पात, हिंदू-मुसलमान की मानसिकता दिख रही है। पप्पू यादव ने आरोप लगाया कि एनडीए उपचुनाव में हारने जा रहा है तो यह मुद्दा उठा दिया गया। जो सेकुलर पार्टियां एनडीए सरकार को सपोर्ट कर रही हैं, वे चुप क्यों है? उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड को नीतीश कुमार ने बहुत दिया है। वे अब खामोश क्यों हैं।
बीजेपी देश में शांत माहौल नहीं देखना चाहती है : कांग्रेस
बिहार विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान ने केंद्र सरकार की ओर वक्फ बोर्ड के अधिकारों में संशोधन बिल लाने को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी देश में शांत माहौल नहीं देखना चाहती है। जेडीयू हो या लोजपा रामविलास या HAM, सभी पार्टियां खुद को सेकुलर बताती हैं लेकिन इस मुद्दे पर चुप हैं। उन्होंने कहा कि वक्फ का मतलब दान होता है। शकील ने आरोप लगाया कि बीजेपी अल्पसंख्यक समाज के पुरखों के दान की जमीन को हड़पना चाहती है। वे अल्पसंख्यक समाज के सहायता के कार्य को रोकना चाहते हैं। ऐसे मुद्दों पर विवाद पैदा करना ही बीजेपी का काम है।
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